हिन्दुस्थानी (हिन्दी बर्तनी (देवनागरी): हिन्दुस्तानी, नस्तालीक्: ہندوستانی) उत्तरी आउ मध्ध भारत आउ पाकिस्थानके सम्पर्कभासा हे। हिन्दुस्थानी दु मानक पञ्जिकाके साथे एगो बहुकेन्द्रीयभासा हे, जेकरा हिन्दी आउ उर्दूके रूपमे जानल जाहे। एहिसे भासाके कखनियो-कखनियो हिन्दी-उर्दू कहल जाहे। ई मानक पञ्जिकाके बावजूदो हिन्दुस्थानीमे बोलचालके भासा अक्सर ई मानकके बीचे एगो आबली पर उपस्थित होवहे।
भासाके पूर्वजके बोलल जाहल: हिन्दुई, हिन्दवी, ज़बान्-ए हिन्द् (अनु. 'भारतके भासा'), ज़बान्-ए हिन्दुस्तान् (अनु. 'हिन्दुस्थानके भासा'), हिन्दुस्तान की बोली, रेख़्ता, आउ हिन्दी। एकर क्षेत्रीय बोलीके दखिनी भारतमे ज़बान्-ए दखनी, गुजरातमे ज़बान्-ए गुजरी (गुजरके भासा) आउ दिल्लीके आसपास ज़बान्-ए देहलवी या उर्दूके रूपमे जानल जायेलगलै। ई एगो हिन्द-आर्यभासा हे, जेकर आधार मुखरूपसे दिल्लीके पच्छिमी हिन्दी बोलीसे लेल गेलीहे, जेकरा खड़ीबोलीयो कहल जाहे। हिन्दुस्थानी एगो बहुकेन्द्रीय भासा हे, जेकरा दु मानकीकृत पञ्जिका - आधुनिक मानकहिन्दी आउ आधुनिक मानक उर्दू - के बीचे एगो निरन्तरताके रूपमे सबसे अच्छा तरहसे चित्रित करल गेलीहे। सामाजिक सन्दर्भ आउ भौगोलिक क्षेत्रके आधार पर भासा कोईयो एक दने झुकहे।