तमिल् (தமிழ்) एगो सास्त्रीय द्राबिड़ीयभासा हई जे मूलरूप से दक्खिन एसियाके तमिल् लोगद्वारा बोलल् जाहई। तमिल् भारतीयराज्ज तमिल्नाडु, श्रीलङ्का आउ सिङ्गापुर सम्प्रभुराष्ट्र आउ केन्द्रसासितपरदेस पुडुचेरीके एगो अधिकारिकभासा हई। तमिल् चार अन्न दक्खिन भारतीयराज्ज केरल, कर्नाटक, आन्ध्रपरदेस आउ तेलङ्गाना आउ अण्डमान आउ निकोबार द्दीपसमूह केन्द्रसासितपरदेसमे महत्वपूर्न अल्पसङ्ख्यकद्वारा बोलल् जाहई। इ मलेसिया, म्यान्मार्, दक्खिन अफ्रीका, यूनाइटेड् किङ्ग्डम्, संयुक्त राज्ज अमरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया आउ मॉरीसस् सहित कइ देसके तमिल् प्रवासीयोद्वारा बोलल् जाहई। तमिल् मूलरूप से श्रीलङ्कायी मूरोद्वारा बोलस् जाहई। भारतके संविधानमे २२ अनुसूचितभासामे से एक, तमिल् के पहेला बार भारतके सास्त्रीयभासाके रूपमे बर्गीकृत करल् गेली हल्।
तमिल् बिस्वमे सबसे लम्बे समय तक जीवित रहेबाला सास्त्रीयभासामे से एक हई। ए के रामानुजन् एकरा "समकालीन भारतके एकमात्र भासाके रूपमे बर्नित करलथिनहे जे एक सास्त्रीय अतीतके साथे पहचाने योग्ग हई"। सास्त्रीय तमिल् साहित्यक बिबिधता आउ गुनवत्ता एकरा "बिस्वके महान सास्त्रीय परम्परा आउ साहित्यमे से एक" के रूपमे बर्नित करकैहे। रिकॉर्ड करल् तमिल् साहित्तके २००० से बेसी बरस से प्रलेखित करल् गालीहे। तमिल् साहित्तके प्रारम्भिककाल, सङ्गमसाहित्त, ३०० ईपू से ३०० ई तक दिनाङ्कित हई। एकरा जूगुन् द्राबिड़ीयभासामे सबसे पुराना साहित्त हई। सबसे पुराना एपिग्राफिक् रिकॉर्ड् रॉक् एडिट्स् आउ 'हीरो स्टोन्स्' लगभग तीसरा सताब्दी ईसा पूर्व के हई। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षनद्वारा भारतमे पाएल् गेल् एक लाख बिसम सिलालेखमे से लगभग ६०,००० तमिल्नाडुमे हई। ओकरामे से अधिकान्स तमिल् मे हैई, अन्न भासामे खाली लगभग ५ प्रतिसत हई। ब्राह्मीलिपिमे लिखल् गेल् तमिल्भासाके सिलालेख श्रीलङ्कामे आउ थाईलेण्ड् आउ मिस्रमे ब्यापारिक बस्तु पर खोजल् गेलीहे। १९९७ आउ २००५ मे यूनेस्को मेमोरी ऑफ् द वर्ल्ड् रजिस्टर् द्वारा स्वीकृत आउ पञ्जीकृत भारतके दु सुरुआती पाण्डुलिपि तमिल् मे लिखल् गलीहल्।
१५७८ मे पुर्तगाली ईसाई मिसनरा थम्बीरन् वनाक्कम् नामसे पुरानी तमिल् लिपिमे एगो तमिल् प्रार्थना पुस्तक प्रकासित करकई, जेकरासे तमिल् पहेला भारतीयभासा बन गेलई जे मुद्रित आउ प्रकासित होलई। मद्रास बिस्वबिद्यालय द्वारा प्रकासित तमिल् लेक्सिकन्, भारतीय भासामे प्रकासित होवे बाला सुरुआती सब्दकोसमे से एक हलई। २००१ के एगो सर्वेक्षनके अनुसार, तमिल् मे १,८६३ समाचारपत्र प्रकासित होलई, जेकरामे से ३५३ दैनिक हलई।