सिन्धुघाटी सभ्यता (ल. ३३०० – १३०० ई़पू) प्राचीनभारतके एगो सभ्यता हल । ई सभ्यता बिश्वके प्राचीन सभ्यतामे से एक हे । सिन्धुघाटी सभ्यता दक्खिन एसियामे सिन्धुनदी आउ प्राचीन सरस्वतीनदी क्षेत्रमे बिस्तृत हल ।[1] ई सभ्यताके सिन्धु-सरस्वती सभ्यता[2] आउ हड़प्पा सभ्यता[3] के नामोसे जानल जाहे । ई सभ्यताके प्रारम्भिक बिकास (ल. ७५०० से ३३०० ईपू के बीच[4]) सिन्धु आउ घघ्घर/हकड़ा (प्राचीन सरस्वतीनदी[5]) के किनारे होएल । हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, कालीबङ्गा, लोथल, धोलावीरा आउ राखीगढ़ी एकर प्रमुख केन्द्र हल ।[6] बरिस २०१४ मे भिरड़ाणाके सिन्धुघाटी सभ्यताके अखन तकके खोजल गेल सबसे प्राचीननगर मानल गेलहे, जे लगभग ७५०० से ६५०० ईपू के बीच बसल हल ।[7][8][9] ब्रिटिशकालमे होएल खुदाईके आधारपर पुरातत्ववेत्ता आउ इतिहासकारके अनुमान हे कि ई अत्यन्त बिकसित सभ्यता हल आउ ई नगर अनेक बेर बसल आउ उजड़ल हल ।[9]
अन्य नाम |
सिन्धु-सरस्वती सभ्यता हड़प्पा सभ्यता |
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भौगोलिक विस्तार | दक्खिन एसियामे भारत आउ पाकिस्थानमे मुख्यरूप तथा अफगानिस्थानके कुछ क्षेत्रमे सिन्धु आउ ओकर उपनदी (सहायक नदी) के आसपास ई सभ्यताके बिकास होएल |
काल | कान्स्य युग |
तिथि | लगभग 2600ई.पू. से 1900 ई.पू. |
उदहारण स्थल | हड़प्पा |
मुख्यस्थल | हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, धोलावीरा, राखीगढ़ी, लोथल, कालीबङ्गा, बनावली, नागेश्वर आउ रंगपुर |
पूर्बवर्ती |
मेहरगढ़ भिरड़ाना |
परवर्ती |
चित्रित ग्रे वेयर् सन्स्कृति बैदिक सभ्यता |
चित्रदीर्घा
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सिन्धुघाटी सभ्यताके नगरमे स्थित एगो कुँइआ आउ स्नानघर
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एगो बैलके मूर्ति
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लोथाल स्थित प्राचीननगरमे स्थित एगो नली
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लाल मट्टीसे बनल एगो पात्रके अबशेष
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अनुष्ठान वा समारोहमे प्रयुक्त होवेवाला पात्र (ई॰पू॰ २६०० से २४५०)
एकरो देखी
editसन्दर्भ
edit- ↑ Habib 2002, पृ॰ 44.
- ↑ Wright 2009, पृ॰ 10.
- ↑ Habib 2002, पृ॰प॰ 13–14.
- ↑ Law 2008, पृ॰ 83.
- ↑ Ludvík 2007, पृ॰ 11-13.
- ↑ Giosan et al. 2012.
- ↑ Rao 2005.
- ↑ Dikshit 2013.
- ↑ 9.0 9.1 Sarkar 2016.