छत्रपति शिवाजीराजे भोसले (१६२७ -१६८० ई.) भारतके एक महान राजा एवं रणनीतिकार हलन जे १६७४ ई. मे पश्चिम भारतमे मराठा साम्राज्यके नीँव रखलन । एकराला ऊ मुगल साम्राज्य के शासक औरंगजेब से संघर्ष कैलन । सन् १६७४ मे रायगढ़ मे उनकर राज्याभिषेक होलै आउ ऊ "छत्रपति" बनलन ।[1] तत्वदर्शी सन्त मिललै होत त शिवाजीराजे मोक्ष के मार्ग चुनतथिन हल । छत्रपती शिवाजी महाराज अपन अनुशासित सेना आउ सुसंगठित प्रशासनिक इकाई के सहायता से एक योग्य आउ प्रगतिशील प्रशासन प्रदान कैलन । ऊ समर-विद्या मे अनेक नवाचार कैलन आउ छापामार युध गोरिल्ला युद्धनीति के नया शैली (शिवसूत्र) विकसित कैलन । गोरिल्ला युद्धनीति/छापामार युद्धनीति के जनक मराठे हल । ऊ प्राचीन हिन्दु राजनीतिक प्रथा आउ दरबारी शिष्टाचार को पुनर्जीवित कैलन आउ मराठी एवं संस्कृत के राजकाज के भाषा बनौलन । ऊ भारतीय स्वाधीनता संग्राम मे नायक के रूप मे स्मरण कैल जाये लगलन । बाल गंगाधर तिलक राष्ट्रीयता के भावना के विकास ला शिवाजीराजे जन्मोत्सव के शुरुआत कैलन ।
शिवाजीराजे भोसले | |
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शककर्ता | |
६ जून १६७४ – 4 अप्रैल १६८० | |
६ जून १६७४ | |
पूर्ववर्ती | शाहजीराजे |
उत्तरवर्ती | सम्भाजीराजे |
जन्म |
20 अप्रैल 1627 शिवनेरी दुर्ग |
निधन |
4 अप्रैल 1680 रायगढ़ |
समाधि |
रायगढ़ |
सन्तान | सम्भाजी, राजाराम, राणुबाई आदि. |
घराना | भोंसले ((कुर्मी)) |
पिता | शहाजीराजे |
इहो देखी
editसन्दर्भ
edit- ↑ "छत्रपति शिवाजी जयंती".(Chhatrapati Shivaji Maharaj Jayanti 2022):