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गिरिडीह मण्डल (गिरिडीह जिला) झारखण्ड राज्य, भारतमे स्थित हे आउ एकर मुख्यालय गिरिडीह नगर हे । ई मण्डल पूर्वी झारखण्ड क्षेत्रमे स्थित है आउ एकर क्षेत्रफल लगभग ४८५० वर्ग किलोमीटर है । गिरिडीह मण्डल अपन ऐतिहासिक आउ सांस्कृतिक दृष्टियोसे महत्वपूर्ण है । एहाँके ढेर स्थान ऐतिहासिक आउ पौराणिक कड़ीसे जुड़ल है आउ ई मण्डलमे ढेर पर्व आउ त्योहार धार्मिक आउ सांस्कृतिक परम्पराके साथे मनावल जा है ।

गिरिडीह मण्डल
गिरिडीह जिला
झारखण्डके मण्डल
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देश  भारत
राज्य झारखण्ड
प्रमण्डल उत्तर छोटानागपुर
मुख्यालय गिरिडीह
सरकार
  जिलाध्यक्ष श्री नमन प्रियेश लाकड़ा
  लोकसभा निर्वाचनक्षेत्र 1. कोडरमा, 2. गिरिडीह
  बिधानसभा निर्वाचनक्षेत्र 6
क्षेत्रफल
४९६२ किमी (Formatting error: invalid input when rounding वर्गमील)

गिरिडीहके अर्थ है 'गिरी' के अर्थ 'पहाड़, पर्वत' आउ 'डीह' के अर्थ है 'क्षेत्र या भूमि' होवहै, मनेकि गिरिडीह शब्दके शाब्दिक अर्थ निकलहै 'पहाड़ वाला क्षेत्र' । गिरिडीह मण्डल एक उद्यमी आउ सकारात्मक सामाजिक संरचनाके साथहुँ जानल जा है । एहाँके लोगके आजीविकाके मुख्य साधन कृषि है, जेकरामे धान, गेहूँ, आउ अन्य फसल शामिल है । गिरिडीह मण्डल अपन प्राकृतिक सौन्दर्य, सांस्कृतिक धरोहर आउ कृषि दृष्टिसे समृद्धिके केन्द्र है, आउ ई अपन स्थानीय आदिवासी भाषा आउ सांस्कृतिक विविधतोला प्रसिद्ध है ।

विवरण

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गिरिडीह झारखण्ड राज्यके पूर्वोत्तरमे स्थित एक मण्डल है । ई अबरख एवं कोइला नियन खनिजला प्रसिद्ध है । जैनके प्रसिद्ध तीर्थस्थल पार्श्वनाथो एही मण्डले स्तिथ है, जे कि जिला मुख्यालयसे २६ किलोमीटरके दुरी पर है । झारखण्डके राजधानी राँचीसे एहाँके दुरी लगभग २०५ किलोमीटर है । वैज्ञानिक सर जगदीश चन्द्र बोसो एहैँसे हलन ।

मण्डलके मुख्यालय गिरिडीह नगर है । गिरिडीह मण्डल ४ दिसम्बर १९७२ के हजारीबाग मण्डलके विभजनके तौरपर बनलै हल । ई मण्डल २४ डिग्री ११ मिनट उत्तरी अक्षांश आउ ८६ डिग्री १८ मिनट पूर्वी देशान्तरके बीचे स्थित है । ई मण्डल उत्तरी छोटानागपुर प्रमण्डलके मध्ये स्थित है । एकर उत्तरमे बिहार राज्यके जमुई आउ नवादा मण्डल है, पुर्वमे देवघर आउ जामताड़ा, दक्षिणमे धनबाद आउ बोकारो आउ पश्चिममे हजारीबाग एवं कोडरमा मण्डल है । गिरिडीह मण्डल ४८५३.५६ वर्ग किलोमीटर क्षेत्रमे फैलल है । प्रसिद्ध पारसनाथ पहाड़ी एहैँये स्थित है आउ ई झारखण्डके सबसे ऊँचा चोटी है जेकर ऊँचाई समुद्रतलसे ४४३१ फीट है । ई मण्डल रूबी, अभ्रक आउ कोइला नियन खनिजोला प्रसिध्द है। प्रसिद्ध शेरशाह सूरी मार्ग (राष्ट्रिय राजमार्ग २) ई मण्डलसे होके गुजरहै ।

इतिहास

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गिरिडीह मण्डलके इतिहास ई बतावहै कि ई छोटानागपुर पठारके हजारीबाग मण्डलके एक भाग है । छोटानागपुरके सम्पूर्ण क्षेत्र जे झारखण्डके रूपमे जानल जा है दुर्गम पहाड़ी आउ जङ्गलसे घिरल है । हालाँकि ई क्षेत्र भारतके ढेर भागके साथे सण्पर्कमे हलै, अखनितक गैर-आर्य आदिवासी जेकर कौनो राजा न हलै एहाँ निवास करहै । नियमित विदेशी आक्रमणकारीके कारण छोटानागपुरके निवासी एक राजाके चुनावके निर्णय लेलक आउ मुण्डा राज्यके राजा बनल । गिरिडीह मण्डलके इतिहासके अनुसार गिरिडीह मण्डल सहित छोटानागपुर प्रमण्डल अशोषित रूपमे प्रकट प्रतीत होलै हे । १५५६ ईस्वीमे दिल्लीके गद्दीके उत्तरघिकारी अकबर झारखण्डके इतिहासके नया मोड़ देलकै । मुगल सम्राटला ई खुखराके रूपमे जानल जा हलै । ऊ अबधि खन्नि ई क्षेत्रके प्रथम मुगल राजस्व प्रशासनके रूपमे पेश कैल गेलै । रामगढ़ केन्दी कुन्दा आउ खरगडीहा (जे कि पुरान मण्डल हजारीबागके साथ गिरिडीहके शामिल करके गठित कैल हल) एवं पूरा पलामू विजय प्रान्त हलै जेकरा ब्रिटिश मण्डलके रूपमे गठन कैल गेलै । १९३१ मे कोइलाके उत्पादनमे बढ़ोत्तरीके बाद क्षेत्रके प्रसाशनिक संरचना बदल गेलै पर गिरिडीहके गम्भीरतासे प्रभावित न कर पैलै । ई प्रान्त दक्षिण पश्चिम फ्रोण्टियरके भाग बन गेलै आउ एक प्रमण्डलके गठन कैलकै जे कि हजारीबाग हलै, जेकर प्रसाशनिक मुख्यालय हजारीबाग हलै । १९५४ मे दक्षिण पश्चिम फ्रण्टियर एजेन्सी छोटानागपुरमे बदल गेलै आउ ई बिहारके लेफ्टिनेण्ट गवर्नरके अन्तर्गत एक गैर विनियमन प्रान्तके रूपमे प्रसाशित कैल जाए लगलै ।

भूगोल

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भौगोलिक दृष्टिसे गिरिडीह मण्डल मोटा तौरपर दु प्राकृतिक विभाग, अर्थात् केन्द्रीय पठार आउ निचला पठारमे विभाजित है । केन्द्रीय पठार, मण्डलके बगोदर प्रखण्ड भिरु पश्चिमी भाग छूवहै । निचला पठारके औसत ऊँचाई ओकर उतार-चढ़ाव सतहसे १३०० फुट है । उत्तर आउ उत्तर पश्चिममे निचला पठार बड़ी फार्मके स्तर पठार होवहै जखनि तक कि ७०० फुट नीचे घाट पर न पहुँचै । मण्डलमे शामिल विशाल जङ्गलके समानरूपसे वितरित करहै । पेड़मे सबसे प्रसिद्ध साल है आउ प्रमुख प्रजाती एहाँ पाएल जा है । अन्य प्रजाति बाँस, सिमुल, महुआ, पलास, कुसुम, केन्द, आसन पीयार आउ भेलवा है । गिरिडीह मण्डल दु मुख्य जलसिरामे विभाजित है - बराकर आउ सकरी नदी । मण्डल खनिज संसाधनमे समृद्ध है आउ एकरा एहाँ ढेर बड़ कोइला क्षेत्र है जे भारतमे मेटलर्जिकल कोइलाके सर्वोत्तम गुणके होवहै । झारखण्डके ई मण्डलमे बड़ पैमाना पर मीका पाएल जा है, जे कि न केवल भारत बल्कि अन्य देशोला महत्वपूर्ण है । ई जादेतर तिसरी आउ गाँवा प्रखण्डमे पाएल जा है ।

पर्यटक स्थल

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गिरिडीह मण्डलमे ढेर लोकप्रिय पर्यटक स्थल है । झारखण्डके सबसे ऊँचा पर्वत आउ एक प्रमुख पर्यटन स्थल, पारसनाथ पहाड़ी, एही मण्डले स्थित है । मानल जा है कि ई पर्वत पर २४ जैन तीर्थङ्कर मोक्ष प्राप्त कैलन हल । शिखरजी पर्यटन स्थल समुद्रतलसे लगभग १३५० मीटरके ऊँचाई पर स्थित है । ई स्थानके घूमेला पर्यटक बड़ी अधिक सङ्ख्यामे आवहथिन ।[1]

मण्डलके दर्शनीय स्थलके यात्रा दर्शनीय विकल्पमे पेश करहै । ई मण्डलके दौरा करेवाला यात्रीके उपलब्ध विकल्पके साथे एक साहसिक अनुभवो होवहै । गिरिडीह मण्डलके महत्वपूर्ण पर्यटकस्थल उसरी फॅाल, खण्डोली, मधुबन, पारसनाथ, राजदह धाम निमाटाँड, झारखण्डी धाम आउ हरिहर धाम है ।

एकरो देखी

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सन्दर्भ

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  1. "झारखंड का मशहूर दर्शनीय स्थल है पारसनाथ पहाड़ी, घूमने के लिए अच्छा है ये मौसम". प्रभात खबर. 1 अगस्त 2023. अभिगमन तिथि 30 नवम्बर 2023.