नामपद
अन्तरिक्ष, गगन, उचाइमैं रयाऽ धर्तीका चारै हड़ फैलियाऽ अपार रे शुन्य स्थान
१. अँनारी रात शर्क तारा कति निका! २. शर्क बादल लागिरैछ, पानी पड़लो जसो छ।