पल्लव लिपि दक्षिण भारत री एक प्राचीन लिपि है जिकि कि ब्राह्मी लिपि ऊं व्युत्पन्न है। इरो नाम दक्षिण भारतीय पल्लव राजवंश ऊं आवे, ने ४वी-८वी शताब्दी ईसा पश्चात में आ लिपि काम आवती।[1] भारत में पल्लव लिपि ऊं ग्रन्थ लिपि बणी।[2] दक्षिण-पूरब एशिया में पल्लव लिपि फैल ने बाली लिपि[3], जावा लिपि[4], कावी[5], बेबेयिन[6], सोम[7], बर्मी[8], खमेर[9], धम्म लाना[10], थाइ[11], लाओ[12], नवी टाइ लुए[13] लिपियां बणी।
२०१८ में पल्लव लिपि ने यूनिकोड में भेळा करऽनो प्रस्ताव जमा करीज्यो हौ।[14]
- ↑ Griffiths, Arlo (2014). "Early Indic Inscriptions of Southeast Asia".
- ↑ "Grantha alphabet". १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ "Balinese alphabet"। १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ "Javanese alphabet"। १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ "Kawi alphabet"। १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ "Tagalog"। १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ "Mon"। १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ "Burmese"। १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ "Khmer"। १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ "Lanna alphabet"। १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ "Thai"। १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ "Lao"। १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ "New Tai Lue script"। १८ अगस्त ने देखयोङो।
- ↑ पांडे, अंशिमन। २०१८। पल्लव लिपि ने यूनिकोड में भेळा करऽनी प्रारंभिक प्रस्ताव।