भाषाविज्ञान भाषाके अध्ययनके ऊ शाखा हे जेकरामे भाषाके उत्पत्ति, स्वरूप, विकास आदिके वैज्ञानिक आउ विश्लेषणात्मक अध्ययन कैल जाहे ।[1] भाषाविज्ञान भाषाके स्वरूप, अर्थ आउ सन्दर्भके विश्लेषण करहे । [2] भाषाके प्रलेखन आउ विवेचनके सबसे प्राचीन कार्य ६ठा शताब्दीके महान् भारतीय वैयाकरण पाणिनि अपन प्रसिद्ध ग्रन्थ अष्टाध्यायीमे कैलन हल ।[3][4]
भाषाविज्ञानके अध्येता 'भाषाविज्ञानी' कहलाहथ । भाषाविज्ञान व्याकरणसे भिन्न हे । व्याकरणमे कौनो भाषाके कार्यात्मक अध्ययन कैल जाहे जखनकि भाषाविज्ञानी एकर आगे जाके भाषाके अत्यन्त व्यापक अध्ययन करहथिन । अध्ययनके अनेक विषयमे से आजकल भाषाविज्ञानके विशेष महत्त्व देल जाइत हे ।
इहो देखी
editसन्दर्भ
edit- ↑ Halliday, Michael A.K.; Jonathan Webster (2006). On Language and Linguistics. Continuum International Publishing Group. p. vii. ISBN 978-0-8264-8824-4.
- ↑ Martinet, André (1960). Elements of General Linguistics. Studies in General Linguistics, vol. i. Translated by Elisabeth Palmer Rubbert. London: Faber. p. 15.
- ↑ Rens Bod (2014). A New History of the Humanities: The Search for Principles and Patterns from Antiquity to the Present. Oxford University Press. ISBN 978-0-19-966521-1.
- ↑ Chapter VI: Sanskrit Literature. The Imperial Gazetteer of India. 2. 1908. p. 263.