ऐतिहासिक बैदिकधरम (जेकरा बैदिकवाद, बेदवाद वा प्राचीन हिन्दुधरम के रूपोसे जानल जाहे) से आशय ऊ धरमसे हे जे बैदिककाल (अनुमानतः १५०० ईसापूर्बसे ५०० ईसापूर्ब) मे भारतीय उपमहाद्वीपके उत्तरी-पच्छिमीभाग (पञ्जाब आउ गङ्गाके मैदानके पच्छिमीभाग) के निवासीके प्रमुखधरम हल । बैदिककालके ग्रन्थमे बैदिकधरमके मुख्य बात समाहित हे । बैदिकधरमके कुछ अनुष्ठान त बर्तमान समयोमे प्रचलनमे हे ।[1] यद्यपि बर्तमान समयके हिन्दुधरम बैदिकधरमसे बड्ड सीमा तक भिन्न हे, किन्तु बैदिकेधरमसे हिन्दुधरमके स्वरूप भेटल ।
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editसन्दर्भ
edit- ↑ Vedogram, Vedicgyan (June 2023). "Get the knowledge of vedas". VedicGyan - Get the knowledge of all vedas and purans.