आत्मा या आत्मन् पद भारतीय दर्शनके महत्त्वपूर्ण प्रत्यय (बिचार) मे से एक हे । ई उपनिषद् के मूलभूत बिषय-बस्तुके रूपमे आवहे । जने एकरासे अभिप्राय ब्यक्तिमे अन्तर्निहित ऊ मूलभूत सत् से करल गेलहे जे कि शाश्वत तत्त्व हे तथा मृत्युके पश्चातो जेकर बिनाश न होवे ।